आज समय बदलने की हर कोशिस उनके लिए हो रही है जो सामर्थ्यवान है न की उनके लिए जो विकास से छूट गए थे पर जिन्हें लेना है उनमे जरा भी हिम्मत नहीं है की वह अपने हक को हाशिल कर पायें. इन दिनों महिला आरक्षन को लेकर मारा मारी चल रही है डर है की कही हमारे क्षेत्र को महिला के लिए आरक्षित न कर दिया जाये. अपनी ही महिलायों को वह आरक्षण देने में आना कानी कर करा रहे हैं. भला हो इन सांसदों का कितने चालू है इससे पता चलता है की ये किसी के सगे नहीं है.

आज़ादी की 62वीं सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। इस सुअवसर पर मेरे ब्लोग की प्रथम वर्षगांठ है। आप लोगों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष मिले सहयोग एवं प्रोत्साहन के लिए मैं आपकी आभारी हूं। प्रथम वर्षगांठ पर मेरे ब्लोग पर पधार मुझे कृतार्थ करें। शुभ कामनाओं के साथ-
जवाब देंहटाएंरचना गौड़ ‘भारती